SDRF Teams Left For Rescue Of Trackers Trapped In Sahastratal Track In Uttarkashi: उत्तरकाशी से एक खबर सामने आई है जहां पर उत्तरकाशी-टिहरी जनपद की सीमा पर स्थित सहस्त्रताल जो की लगभग 14500 फीट की ऊंचाई पर है। वहां पर कर्नाटक और महाराष्ट्र के कुछ ट्रैकर ट्रैकिंग के दौरान मौसम खराब होने की वजह से फंस गए। और 8 ट्रैकर की मृत्यु हो गई। जिन्हे रेस्क्यू करने के लिए एसडीआरएफ व वन विभाग की टीमें लगी है।
सहस्त्रताल ट्रैकिंग करने गए 8 ट्रेकरों की ठंड से हुई मौत | SDRF Teams Left For Rescue Of Trackers Trapped In Sahastratal Track In Uttarkashi
पिछले महीने की 29 तारीख को 22 लोगों की टीम बुग्याल होते हुए ट्रैकिंग के लिए सहस्त्रताल गई थी। जहां पर ठंड लगने से चार ट्रैकर की मृत्य हो गई थी। लेकिन 18 ट्रैकर अभी भी वहां फंसे थे। और उनमे से 4 और ट्रेकरों की मृत्यु हो चुकी है जिन्हे निकाल लिया गया है। बाकि बचे ट्रेकरों में से 10 ओर ट्रेकरों को बचा लिया गया है। जो की सभी सुरक्षित और स्वस्थ है।
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इस रेस्क्यू मिशन में जिला प्रशासन के कहने पर वायु सेना के दो चेतक हेलीकॉप्टर इस मिशन में लगाए गए है। डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट को जिला अधिकारी है। उन्होंने कहा की रेस्क्यू करने वाली सभी टीम घटना स्थल के लिए रवाना हो चुके हैं। साथ ही इस रेस्क्यू मिशन में साथ दे रहे पुलिस अधीक्षक अर्पण यदुवंशी ने कहा की सहस्त्रताल ट्रेक रुट पर फंसे ट्रैकर्स को बचाने के लिए वायु सेवा की तरफ से भी सर्च और रेस्क्यू मिशन शुरू हो गया है।
ट्रैकरों को बचाने के लिए उठाए गए विभिन्न कदम
उत्तरकाशी जिला अस्पताल व भटवाड़ी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए गए है। आईटीबीपी मातली से भी 14 लोग टीम रेस्क्यू करने के लिए निकल गई है जिनके साथ एक डॉक्टर को भी भेजा गया है। साथ ही एनआईएम से बैक अप टीम भी निकल गई है। और जिले का आपदा कंट्रोल रूम भी कल शाम से लगातार रेस्क्यू मिशन को लेकर सक्रिय है।
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जानकारी के अनुसार कहा जा रहा है की टिहरी के प्रशासन द्वारा हैली रेस्क्यू के लिए अरदंगी हैलीपेड को अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए गए है। जहां पर एक पुलिस की टीम और एंबुलेंस की टीम तैनात है। इसी के साथ टिहरी के स्थानीय लोगों, एसडीआरएफ पुलिस और वन विभाग की टीम भी खोज बचाव के लिए भेजी जा रही है। जो की यह पैदल ही घनसाली के पिंस्वाड से जाएंगी।
क्या है पूरा मामला
22 सदस्यों का ग्रुप 29 मई को ट्रैकिंग के लिए मल्ला-सिल्ला से कुश कुल्याण बुग्याल होते हुए सहस्त्रताल के लिए गया था। 2 जून को 22 सदस्यों का यह ग्रुप सहस्त्रताल के कोखली टॉप बेस कैंप पहुंच गया। और 3 तारीख को वह ग्रुप ट्रैकिंग के लिए सहस्त्रताल जाने के लिए निकल गया। जहां पर अचानक से मौसम खराब होने से घना कोहरा व बर्फबारी होने लगी। जिसमे सभी ट्रैकर फंस गए। और पूरी रात उन्हें ठंड में रहना पड़ा।
जिसके बाद किसी ट्रेकर ने इसकी खबर गढ़वाल माउंटनेरिंग एवं ट्रैकिंग एजेंसी के मालिक को दे दी। और उन्हें बताया की 4 ट्रैकर की मौत ठंड लगने से हो गई है साथ ही 7 की तबीयत खराब है। और 11 अभी भी फंसे हुए हैं। इस ट्रैकिंग टीम में कर्नाटक के 18, 3 स्थानीय लोग और 1 महाराष्ट्र का व्यक्ति शामिल था।
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