Baba Barfani Timmersain Mahadev Niti Valley Joshimath: भारत में शंकर भगवान को काफी माना जाता है। और भारत में अधिकतर लोग शंकर भगवान के भक्त है। तथा हमारे देश में शंकर भगवान के मंदिरो में से सबसे ज्यादा माने जाने वाले मंदिरो में एक नाम बाबा बर्फानी मंदिर का है। जो सबसे अधिक पूजनीय मंदिरो में से एक है। जिसकी यात्रा शुरू हो गई है।
यह बाबा बर्फानी का मंदिर चमोली में भारत तिब्बत सीमा के पास स्थित भारत के आखरी गांव नीती गांव में स्थित है। इस गांव में भोटिया जनजाति के लोग रहते है। जो की साल के 6 महीने नीती गांव में निवास करते है। और बाकि सर्दियों के 6 महीने निचले इलाकों में बिताते है।
इसे भी पढ़े:- पिथौरागढ़ में पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा, आदि कैलाश और ओम पर्वत की यात्रा हुई आसान, कर सकेंगे हेलीकॉप्टर से दर्शन
टिम्मरसैण में बनते है बर्फ के शिवलिंग | Baba Barfani Timmersain Mahadev Niti Valley Joshimath
जैसा की हमने बताया की बाबा बर्फानी का मंदिर या टिम्मरसैण महादेव मंदिर भारत तिब्बत सीमा पर स्थित है। जहां पर काफी ठण्ड पड़ती है। और इस वजह से वहां पर काफी बर्फबारी भी होती है। लेकिन अब गर्मिया आ गई है। तथा टिम्मरसैण महादेव में बर्फ से बने कई शिवलिंग अपने अकार में वापस से आ गए है।
टिम्मरसैण में बने बर्फ के शिवलिंग भक्तो को काफी अधिक लुभाते है। लेकिन इस मंदिर के बारे में काफी कम लोग ही जानते है। क्योकि इस मंदिर का प्रचार प्रसार काफी कम हुआ है. जिस वजह से कई भक्तो को इस मंदिर के बारे में पता ही नहीं है। और स्थानीय लोग ही यहाँ अधिक मात्रा में आते है। और टिम्मरसैंण महादेव मंदिर में बाबा बर्फानी के दर्शन कर पाते है।
दिन प्रति दिन बड़ी भक्तो की भीड़
कुछ समय से टिम्मरसैण महादेव मंदिर में जाने के लिए चमोली जनपद में मौसम साफ हुआ है। लेकिन उससे पहले से ही जोशीम नीति मलारी हाइवे से बर्फ हटाने का कार्य शुरू हो गया था। जो मौसम साफ होते ही पूरा हो गया है।
इसे भी पढ़े:- Bharat Mata Mandir Haridwar : यह मंदिर सभी मंदिरों से अलग क्यों है? जानिये क्यों?
जिसके बाद से ही टिम्मरसैण महादेव के दर्शन करने वाले भक्तों की संख्या बढ़ने लगी है। और दिन प्रति दिन अधिक संख्या में श्रद्धालु टिम्मरसैण महादेव के दर्शन के लिए पहुंच रहे है। लेकिन अभी भी घाटी बर्फ की चादर से ढकी हुई है। जो दिखने में अत्यंत सुन्दर और मनमोहक लगती है।
भगवान के दर्शन कर भक्तो को मिली शांति
गर्मियों के आते ही और मौसम के साफ होते ही टिम्मरसैंण महादेव के दर्शन करने गए श्रद्धालुओं का कहना है। की भारत चीन सीमा पर स्थित टिम्मरसैंण महादेव के मंदिर में बर्फ से बने शिवलिंग के दर्शन करने से और बर्फ की सफेद चादर से ढकी नीती घाटी में उन्हें अदबुद्ध शांति का एहसास हुआ। और बर्फ से बने शिवलिंग से उन्हें शांति के साथ साथ काफी अच्छा महसूस हुआ।
टिम्मरसैंण महादेव के दर्शन के लिए मंदिर जाते समय सुन्दर वादियां और मनमोहक दृश्य भी श्रद्धालुओं को एक अलग ही तरह की शांति प्रदान करते है। साथ ही मंदिर में आए श्रद्धालुओं का कहना है. की नीती घाटी में स्थित टिम्मरसैण महादेव का प्रचार अमरनाथ की तर्ज पर होता है। तो नीती घाटी का विकास तो होगा ही. और उन्होंने कहा की इससे रोजगार के अवसर भी मिलेंगे। जो स्थानीय लोगों के लिए काफी अच्छा होगा।
इसे भी पढ़े:- Kedarnath Opening Date 2024: केदारनाथ मंदिर में जाने के लिए हो जाये तैयार, इस दिन से खुल जाएंगे मंदिर के कपाट