Tehri Garhwal Electricity Production From Tehri and Koteshwar Dam Stopped: टिहरी से एक खबर सामने आई है। जहां टिहरी हाइड्रो डेवलपमेंट कारपोरेशन के द्वारा कोटेश्वर बांध व टिहरी बांध से बिजली बनाना बंद कर दिया गया है। और इन बांधों से बिजली बनाना 30 जून तक बंद ही रहेगा। रविवार को आठ बजे कोटेश्वर बांध और सुबह छह बजे टिहरी बांध में बिजली बनाने वाले टरबाइन को बंद कर दिया गया।
टिहरी और कोटेश्वर बांध से बिजली का उत्पादन हुआ बंद | Tehri Garhwal Electricity Production From Tehri and Koteshwar Dam Stopped
नई टिहरी में टिहरी बांध और कोटेश्वर बांध से बिजली का उत्पादन टिहरी हाइड्रो डेवलपमेंट कारपोरेशन के द्वारा 30 जून तक के लिए रोक दिया गया है। जिसका कारण पंप स्टोरेज प्लांट के अंतिम चरण का काम है। रविवार 2 जून की सुबह 6 बजे टिहरी बांध तो आठ बजे कोटेश्वर बांध में बिजली बनाने वाली टरबाइनों को बंद कर दिया गया।
टिहरी बांध एक हजार मेगावाट की बिजली बनाने में सक्षम है। और वहीं कोटेश्वर बांध चार सौ मेगावाट की बिजली बनाने का काम करता है। जो की मिलकर 1400 मेगावाट बिजली का उत्पादन करते है। लेकिन अब एक और पंप स्टोरेज प्लांट बनकर तैयार हो गया है। जिसकी बिजली बनाने क्षमता एक हजार मेगावाट है।
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इस पंप स्टोरेज प्लांट का काम अब अंतिम चरण में है। और इस प्लांट से भी इस साल के अंतिम महीने में यानी की दिसंबर से बिजली का उत्पादन शुरू किया जाना है। और जब यह भी बिजली बनाना शुरू कर देगा। तो टिहरी बांध ने बिजली का कुल उत्पादन 2400 मेगावाट किया जा सकेगा।
284 मिलियन यूनिट बिजली का होगा नुकसान
जब से टिहरी बांध बना है तब से पहली बार ऐसा हुआ की टिहरी बांध को एक महीने के लिए बंद किया गया हो। नए पंप स्टोरेज प्लांट के आखरी चरण के काम में सुरक्षा दीवार हटाने से लेकर कई अन्य सिविल वर्क होने है। जिसके बनने के बाद बिजली का उत्पादन बढ़ जाएगा। बता दे की जून महीने में कोटेश्वर बांध से 84 मिलियन यूनिट और टिहरी बांध से 200 मिलियन यूनिट बिजली बनाई जाती है। लेकिन अब बिजली बनना बंद होने से 284 मिलियन यूनिट बिजली का नुकसान हो जाएगा।
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टिहरी बांध बंद होने से हो सकती है पानी की कमी
टिहरी बांध से बनी बिजली को नार्दन ग्रिड को दी जाती है। जहां से यह बिजली देश के नौ राज्यों तक भेजी जाती है। इन दिनों अधिक गर्मी के चलते देश में बिजली की अधिक जरुरत है और ऐसे में टिहरी बांध से बिजली बनना बंद होने से देश में बिजली की कमी हो सकती है। साथ ही टिहरी बांध से पानी न छोड़े जाने से कुछ इलाको में पानी की कमी भी हो सकती है।
टीएचडीसी के अधिशासी निदेशक ने जानकारी देते हुए कहा की अलकनंदा नदी में पानी का अच्छा बहाव है। तो इस वजह से पानी की कमी नहीं होगी। साथ ही नार्दन ग्रिड को भी पहले ही टिहरी बांध के एक महीना बंद रहने की जानकारी दे दी गई थी। और नार्दन ग्रिड अन्य प्रोजेक्ट से बिजली की कमी को पूरा कर लेगा।
इसलिए बंद हुआ टिहरी बांध से बिजली का उत्पादन
इस टिहरी बांध को बंद करने का मुख्य कारण नए पंप स्टोरेज प्लांट का सिविल वर्क है। जिसका कार्य 30 जून तक पूरा कर लिया जाएगा। जिसके लिए तेजी से काम हो रहा है। और पंप स्टोरेज प्लांट में बाकि के सभी कार्य दिसंबर तक पुरे हो जाएंगे। इसके बाद टिहरी बांध में अधिक बिजली का उत्पादन होगा।
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