Panchayat Fined A Scheduled Caste Villager For Not Playing Drums In Mela 28 Booked: जोशीमठ से एक खबर सामने आई है जहां पर गांव में एक धार्मिक आयोजन के दौरान ढोल नहीं बजा पाने और जुर्माना लगाने पर अनुसूचित और सवर्ण जाति के ग्रामीणों के मध्य विवाद हो गया। जिसमे अनुसूचित जाति के लोगों ने सवर्ण जाति के लोगों पर उत्पीड़न करने का आरोप लगाया है। जिसमे उन्होंने बताया की उन्हें सवर्ण जाति के ग्रामीणों के द्वारा बहिष्कार करने और हक-हकूकों से दूर रखने की धमकी दी जा रही है।
पंचायत ने लगाया 5000 रुपये का जुर्माना | Panchayat Fined A Scheduled Caste Villager For Not Playing Drums In Mela 28 Booked
जोशीमठ के सुभाई-चांचड़ी गांव में अनुसूचित जाति के लोगों ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई. की मई महीने में गांव में बैसाखी मेले का आयोजन हुआ था। जिसमे उनकी जाति के एक व्यक्ति को ढोल बजाने का काम दिया गया था। जिसका नाम पुष्कर लाल है। परन्तु तबियत ठीक ना होने की वजह से वह ढोल नहीं बजा पाया।
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जिसके बाद गांव में सवर्ण जाति के लोगो द्वारा पंचायत बुलाई गई और अनुसूचित जाति के ढोल वादक पुष्कर लाल पर सजा के तौर पर 5000 रुपये का जुर्माना लगा दिया गया। बताया जा रहा है की पुष्कर लाल ने 5000 रुपये जुर्माना दे भी दिया था। लेकिन फिर भी यह मामला ठंडा नहीं हुआ।
सवर्ण जाति के 28 लोगों पर केस हुआ दर्ज
सवर्ण जाति के लोगो पर यह आरोप है की ग्रामीणों ने दुबारा पंचायत बुलाकर अनुसूचित जाति के परिवारों का बहिष्कार करने और जल, जंगल, जमीन से दूर रखने का फैसला लिया है। साथ ही गांव के जल स्रोतों से पानी न भरने देने का भी फैसला लिया है।
सुभाई-चांचड़ी गांव के अनुसूचित जाति के ग्रामीणों के जोशीमठ कोतवाली पुलिस में शिकायत दर्ज कराने के बाद 28 आरोपी लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया। राकेश भट्ट जो की जोशीमठ कोतवाली के प्रभारी है उन्होंने बताया की 28 लोगों पर केस दर्ज कर लिया गया है और उन पर जाँच शुरू कर दी गई है।
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पहली नजर में मामला निकला सही
इस मामले पर सवर्ण जाति के लोगों ने बताया की मेले में विवाद को रोकने के लिए हर साल पंचायत की जाती है जिसमे यदि कोई ग्रामीण मेले में विवाद करेगा या शराब पीकर आता है तो उसपर जुरमाना लगाया जाता है। और ऐसा सालों से चलता आ रहा है। जिसके तहत ही ढोलवादक पुष्कर लाल पर ढोल न बजाने पर 5000 रुपये का जुर्माना लगाया गया था। लेकिन बहिष्कार करने या हक-हकूकों से दूर रखने के आरोप गलत है।
अनुसूचित जाति के ग्रामीणों की शिकायत पर जब पुलिस बुधवार को गांव में गई और जाँच की तो प्रथम दृष्टया में यह मामला सही निकला लेकिन अभी पूरी जाँच के बाद ही कार्रवाई की जाएगी। साथ ही पुलिस उपाधीक्षक प्रमोद शाह ने पीड़ित पक्ष से इस मामले पर उचित कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है।
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