More Than Two Lakh Elderly Widows And Disabled Not Get Pension: उत्तराखंड में बुजुर्गों, विधवाओं और दिव्यांगों को मिलने वाली पेंशन को सरकार द्वारा हर महीने दिए जाने का फैसला लिया गया था। जो की तीन महीने में दी जाती थी। लेकिन मुख्यमंत्री के आदेश के बाद भी लोगो को लगभग पिछले 3 महीने से पेंशन नहीं मिली है। समाज कल्याण विभाग के निदेशक ने जानकारी देते हुए बताया की केंद्र सरकार का अंश न मिलने से पेंशन मिलने में देरी हो रही है।
तीन महीने की जगह हर महीने पेंशन देने का लिया गया था फैसला | More Than Two Lakh Elderly Widows And Disabled Not Get Pension
उत्तराखंड में समाज कल्याण विभाग के द्वारा दिव्यांग, विधवा और वृद्धावस्था के साथ-साथ इन जैसे कई तरह के लोगो को पेंशन दी जाती है जो तीन महीने में एक बार दी जाती थी। परन्तु उत्तराखंड की सरकार के द्वारा एक अहम फैसला लेते हुए पेंशन को तीन महीने की जगह हर महीने देने को कहा गया था। साथ ही मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जी ने अधिकारीयों को निर्देश भी जारी किए थे।
इसे भी पढ़े:- बेटे को बचाने के लिए पिता ने नहर में लगाई छलांग, दोनों हो गए लापता
मुख्यमंत्री के द्वारा निर्देश देने के बाद भी दो लाख से अधिक पेंशन लाभार्थियों को पिछले तीन महीने से पेंशन नहीं मिली है। और सभी पेंशन लाभार्थि बैंको में जाकर चक्कर लगाने के लिए मजबूर है। बताया जा रहा है की कुछ बुजुर्ग महिलाओं ने जानकारी दी और बताया की उन्हें आखिरी पेंशन एक मार्च को मिली थी। जिसके बाद से उन्हें कोई पेंशन नहीं मिली है।
3 महीने से पेंशन न आने की वजह पर बात करते हुए समाज कल्याण विभाग के निदेशक आशीष भटगाई ने जानकारी दी। की केंद्र सरकार का अंश न मिलने के कारण पेंशन मिलने में देरी हुई है। साथ ही उन्होंने बताया की जल्दी पेंशन जारी कर दी जाए इसके लिए प्रयास किये जा रहे है।
दो लाख से अधिक लोग कर रहे है पेंशन का इंतज़ार
उत्तराखंड में दो लाख से अधिक पेंशन लाभार्थि अपनी पेंशन का इंतज़ार कर रहे है जिसमे की वृद्धावस्था पेंशन वाले 197019, विधवा पेंशन वाली 29057 और दिव्यांग पेंशन वाले 3514 पेंशन लाभार्थि शामिल है। मीनाक्षी उपाध्याय जो की सहायक समाज कल्याण अधिकारी संघ की प्रदेश अध्यक्ष है उन्होंने कहा की केंद्र के अंश के रूप में बजट की कमी की वजह से यह समस्या पैदा हुई है। जिस समस्या को विभाग जल्द ही सुलझा लेगा और पेंशन जारी करेगा।
इसे भी पढ़े:- 2 संतो ने मुख्यमंत्री को भेजे खून से लिखे 11000 पत्र, फिर हल्द्वानी में आत्मदाह करने की दी धमकी, पुलिस ने किया नजरबंद