Baba Neem Karoli कैंची धाम आध्यात्मिक शांति का आश्रम व तीर्थ स्थल है। नैनीताल के पास स्थित यह तीर्थ स्थल
संत नीम करोली बाबा जी को समर्पित आश्रम के लिए जाना जाता है इसका धार्मिक कारण कैंची
धाम हरी-भरा वातावरण और ऊंची पहाड़ियों की चट्टानों में प्राकृतिक सुंदरता से सजा हुआ है,
आश्रम का शांती पूर्वक वातावरण इसे न केवल पूजा का एक स्थल बनाता है, बल्कि शांति की
तलाश करने वालों के लिए एक शरणस्थान स्थल भी बनाता है।
कैंची धाम नाम कैसे पड़ा?
यह स्थल दो पहाड़ियों के बीच स्थित है जो एक-दूसरे को काटकर कैंची के आकार धारण किये हैं,
इसीलिए इस स्थान को कैंची धाम कहा जाता है। संत नीम करोली बाबा जी का स्वर्गवास 10 सितंबर 1973 को हुआ
तथा इनकी वृन्दावन में समाधि बानी आज भी इनका मंदिर वृन्दावन में है तथा इन्हे बीसवीं शताब्दी के सबसे
महान संतो में गिना जाता है।
अधिक प्रचलित होने का कारण –
सबसे पहला कारण तोह इसके प्रसिद्द होने का यही है की यह मंदिर बाबा नीम करोली जी को ही समर्पित है
और यहाँ पर तीन मंदिर एक साथ है जो अध्यात्म से जुड़े लोगो को आकर्षित करते है।
एप्पल कंपनी के पूर्व सीईओ स्टीव जॉब्स 70 के दशक में एक बार इस मंदिर में ध्यान लगाने आये थे।
और फेसबुक के सीईओ मार्क जुकरबर्ग भी इस स्थान पर आ चुके है, हर साल 15 जून की तारीख को
आश्रम के द्वारा एक वार्षिक मेला का आयोजन किया जाता है जो वह के स्थानियो और श्रद्धालुओं के बीच प्रसिद्द है।
हाल ही में फेमस क्रिकेटर विराट कोहली और उनकी पत्नी एक्ट्रेस अनुष्का शर्मा भी कैंची धाम मंदिर में आये थे।
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कैंची धाम में कितने मंदिर है?
कैंची धाम के तीन प्रमुख मंदिर है जो निम्न प्रकार से है –
- नीम करोली बाबा मंदिर – कैंची धाम का प्रमुख मंदिर खुद नीम करोली बाबा जी के मंदिर को माना गया है
जो अपनी सेवा और भक्ति से जाने जाते है। श्रद्धालु बाबा जी का आशीर्वाद लेने तथा आध्यात्मिक वातावरण का
अनुभव करने अक्सर आया करते है। - हनुमान मंदिर – नीम करोली बाबा मंदिर के समीप ही एक हनुमान मंदिर है जो कैंची धाम की जटिलता को दर्शाता है। यहाँ मंदिर भगवान हनुमान जी को समर्पित है जिनकी लोग शक्ति, भक्ति और और सुरक्षा के लिए पूजा करते है।
- वैष्णवी मंदिर – कैंची धाम के अंदर प्रवेश करते ही नया बना दिव्य मंदिर वैष्णवी मंदिर से आपका स्वागत होगा यह मंदिर दिव्य स्त्री के अवतार वैष्णवी को समर्पित है जहा पर आकर लोग अपनी चिंताओं से मुक्ति पाने की कामना व प्रयास करते है। तथा कैंची धाम में बढ़ती आध्यात्मिक शक्ति को बढ़ाता है।
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स्थान और कैसे पहुँचें
कैंची धाम उत्तराखंड के नैनीताल शहर के पास स्थित है जो कुमाऊं छेत्र में आता है कैंची धाम घने जंगलो के बीच में हैं जो आध्यात्मिक माहौल की सराहना करता है।
कैसे पहुँचें
सड़क द्वारा – कैंची धाम के लिए आपको बसें उत्तराखंड के हर बड़े शहरों से आसानी से मिल जायेगी नैनीताल से कैंची धाम लगभग 20 किमी दूरी पर है जहा आप टैक्सी या किराए के वाहनों से भी जा सकते है।
ट्रेन से – कैंची धाम से सबसे नजदीक रेलवे स्टेशन काठगोदाम का है जो कैंची धाम से लगभम 43 किमी दूरी पर है जहा से आप टैक्सी या प्राइवेट बसों से कैंची धाम तक जा सकते हैं।
हवाईजहाज से – नजदीकी हवाई अड्डा पंत नगर हवाई अड्डा है जोकि कैंची धाम से 75 किमी दूर है जहा से आप टैक्सी या अन्य ट्रांसपोर्टेशन वाहनों से कैंची धाम पहुँच सकते है।
source – https://www.euttaranchal.com/
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